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विषय- सबसे बड़ी समस्या .

विषय- सबसे बड़ी समस्या   

एक भाई ने मुझसे कहा मेरी पांच समस्या इस साल में हल होना चाहिए इसके लिए प्रार्थना करो मैंने कहा मैं जरूर प्रार्थना करूंगा और आपकी यह 5 समस्या हल भी हो जाएंगे वाह भाई बहुत खुश हो गया उसके बाद मैंने कहा लेकिन भाई याद रखो कि इसके बाद 10 और समस्या इन 5 से भी खतरनाक आएंगी यह भाई बड़े अचंभे में आ गया और कहने लगा क्या आप यह भविष्यवाणी कर रहे हो मैंने कहा कि यह भविष्यवाणी नहीं है यह हकीकत है!

 आज हर इंसान के पास समस्या है कुछ समस्या हल होती हैं कुछ और नई आ जाती हैं आदमी समस्याओं में पैदा होता है समस्याओं में ही मर जाता है मैंने उस भाई से कहा याद करो आपके पिछले जीवन में कोई दिन बिना समस्याओं के निकला हो अगर पिछले दिनों में समस्या  रही तो आगे भी रहेंगी फिर यह बात इस भाई को समझ में आ गई!

 इसके बाद मैंने इस भाई से कहा कि सबसे पहले सबसे बड़ी समस्या हल होनी चाहिए यीशु मसीह ने कहा पहले तुम उसके धर्म और राज्य की खोज करो तो ये सब संसार की वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी!
 (मत्ती 6:33)

पहले आत्मिक समस्या का हल ढूंढना चाहिए उसके बाद यीशु मसीह संसारिक समस्या भी अपनी इच्छा के अनुसार हल कर देगा यह संसार हमको छोड़ना है ना यहां कोई रहा है ना कोई रहेगा इसलिए यहां की समस्याएं हल हो जाएं तो प्रभु का धन्यवाद और ना हो तो भी प्रभु का धन्यवाद परंतु मरने के बाद की सारी समस्याएं हल होना बहुत जरूरी है!

 क्योंकि अगर कोई नरक में चला गया तो उस नर्क से वह कभी भी बाहर नहीं निकल सकता इसलिए यीशु मसीह ने कहा कि यदि तेरा हाथ ठोकर खिलाए तो उसे काट डाल पाँव ठोकर खिलाए तो उसे काट दे आंख ठोकर खिलाए तो उसे निकाल दे एक आंख से एक पैर से एक आंख से स्वर्ग  में जाना चाहिए!

हाथ पाव और आंख के ठोकर खिलाने से मतलब है यदि आपके जीवन में कोई विशेष वस्तु व्यक्ति घर गृहस्ती आपका पड़ोसी आपके रिश्तेदार आपके नातेदार आपकी बीवी कोई भी ऐसी चीज जो आपको यीशु मसीह के विषय में ठोकर खिला रही है तो उसको अपने जीवन से हटा देने में ही भलाई है!

 (मरकुस 9:43-48)
यीशु स्वर्ग से उतरकर पृथ्वी पर आए और उसको नर्क का पूरा ज्ञान है इस संसार में रहते हुए भी हम को नरक से बचने के लिए यह सब काम करने पड़ेंगे यह सबसे बड़ी समस्या है जो इस पृथ्वी पर रहते हुए हल करनी है और इसको हम स्वयं हल नहीं कर सकते थे इसलिए यीशु मसीह इस संसार में आया था कि जो काम हम नहीं कर सकते वह काम वह हमारे लिए करें और इस सबसे बड़ी समस्या को हल करने के लिए उसने अपनी जान सलीब पर दे दी उसके लहू के द्वारा हमारे पाप माफ होते हैं!

 क्योंकि नरक पापियों के लिए है स्वर्ग पवित्र लोगों के लिए है इसलिए यह सबसे बड़ी समस्या हल हो गई उसके बाद रोज येशु मसीह के साथ संगति में रहना है फिर दोबारा पाप नहीं होगा और हो भी जाए तो यीशु मसीह का लहू हमारे पापों को शुद्ध करने के लिए है बस हमें अपने पापों को मानना है और छोड़ना है वह दयालु है !

लेकिन जानबूझकर पाप करते नहीं रहना है एक बार यीशु मसीह हमारे लिए कुर्बान हुआ अब कोई दूसरा येशु मसीह हमारे लिए नहीं आने वाला संसार की समस्या जीवन भर रहेंगी लेकिन एक बार अगर आपने आत्मिक समस्याओं का हल कर लिया तो संसार की शांति और स्वर्ग की शांति दोनों आप पाओगे !

प्रभु आप सबको आशीष दे!
 

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