Skip to main content
प्रभु यीशु के अमर वचन


ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाने के लिए उनके विरोधी उन्हें गुलगुता नामक स्थान पर ले गए। वहां उन्हें सलीब पर टांग दिया गया तथा पिलातुस ने एक दोष पत्र जिस पर लिखा था 'यीशु नासरी यहूदियों का राजा' ईसा के क्रूस पर लगा दिया। इस समय दोपहर के लगभग 12 बजे थे, अपनी मृत्यु के पूर्व के तीन घंटों में यीशु मसीह ने क्रूस पर जो सात अमरवाणियां कही थीं उन पर चिंतन करना आज अत्यावश्यक है। 
पहली वाणी : 'हे पिता इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहे हैं।' 
दूसरी वाणी : 'मैं तुझ से सच कहता हूँ कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा।'

तीसरी वाणी : 'हे नारी देख, तेरा पुत्र। देख, तेरी माता।'
चौथी वाणी : 'हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?'
पांचवीं वाणी : 'मैं प्यासा हूं'
छठी वाणी : 'पूरा हुआ।'
पिता परमेश्वर ने अपने पुत्र यीशु मसीह को जिस कार्य को करने पृथ्वी पर भेजा था, उसे उन्होंने पूर्ण किया। शैतान भी उन्हें पराजित नहीं कर सका। प्राणों की आहुति देकर उन्होंने अपने उद्देश्य को प्राप्त किया। हम सभी अपने जीवन को जीने का एक सही उद्देश्य बनाएं तथा उसे प्राप्त करने का प्रयास करें। 
सातवीं वाणी : 'हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूं। 
अपना कर्तव्य पूरा कर यीशु इस संसार से बिदा होते हैं। उस समय अपराधी को कोड़े मारे जाते थे तथा दूसरी सजा सलीब पर टांगने की थी। यीशु इन दोनों सजा को भुगतकर अपने पिता को अपनी आत्मा सौंपकर संसार से विदा होते हैं। 'हे पिता' उद्बोधन आत्मीयता का परिचायक है। Praise  the Lord holleyluya. 

Comments

Popular posts from this blog

The Festival of Greenery.…the Chhattisgarh Hareli festival.

 यहाँ छत्तीसगढ़ हरेली त्यौहार के बारे में लगभग 5,000 शब्दों की एक कहानी दी गई है: हरियाली का त्यौहार छत्तीसगढ़ के हृदय स्थल, जो संस्कृति और परंपरा से समृद्ध क्षेत्र है, में हरेली उत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। यह त्योहार मानसून के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है, जो सूखी धरती पर नया जीवन लेकर आता है। एक छोटे से गांव में लीला नाम की एक छोटी लड़की इस त्यौहार का बेसब्री से इंतजार करती थी। उसने पिछले साल अपनी दादी से पारंपरिक नृत्य और गीत सीखे थे, जो समुदाय में एक सम्मानित बुजुर्ग थीं। जैसे-जैसे बारिश नज़दीक आती गई, गांव वालों ने जश्न मनाने की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने अपने घरों को चमकीले रंगों से सजाया, सुंदर हस्तशिल्प बनाए और अपने प्रदर्शनों का अभ्यास किया। त्यौहार के दिन, गांव संगीत, नृत्य और हंसी से सराबोर हो गया। लीला ने एक शानदार पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया, उसकी चालें सुंदर और सटीक थीं। गांव वालों ने देर रात तक खुशी मनाई और जश्न मनाया। अगली सुबह, गांव के लोग स्थानीय मंदिर में प्रजनन और समृद्धि के देवी-देवताओं की पूजा करने के लिए एकत्र हुए। उन्होंने भरपूर फसल सुनिश्चित करने क...

🌸✍️खूबसूरती एक धोखा ​​है:✍️✍️

  खूबसूरती एक धोखा ​​है: एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक लड़की रहती थी जिसका नाम था रिया। वो बहुत ही खूबसूरत थी और लोग उसकी खूबसूरती का जश्न मनाते थे। लेकिन रिया को अपनी ख़ूबसूरती पर बहुत इज़्ज़त आती थी। उसने अपनी खूबसूरती को अपने जीवन का सबसे बड़ा हिस्सा बना लिया था। एक दिन, एक आदमी रिया के गाँव में आया। उसका नाम था करण. वो बहुत ही स्मार्ट और चालाक था। करण ने रिया को अपनी ख़ूबसूरती के बारे में बताया और उसने कहा कि वो उसकी ख़ूबसूरती को दुनिया भर में पेश करेगा। रिया ने करण की बात मानी और उसके साथ मिलकर अपनी खूबसूरती को दुनिया भर में पेश करने का फैसला किया। लेकिन करण का असली इरादा कुछ और ही था। उसने रिया को अपनी ख़ूबसूरती के लिए धोखा दिया और उसकी ख़ूबसूरती को अपने लिए उपयोग किया। रिया को बहुत दुख हुआ. उसने करण को धोखा देना शुरू कर दिया। लेकिन फिर रिया ने एक बात समझ में आई। अपनी ख़ूबसूरती पर इज़्ज़त आना नहीं चाहिए। ख़ूबसूरती एक दोखा ​​है. रिया ने अपने जीवन को बदलने का फैसला किया। उसने अपनी खूबसूरती को अपने जीवन का सबसे बड़ा हिसा नहीं बनाया और अपने जीवन को खुशियों से भर दिया।...

खाली बर्तन की कहानी: (The Story of the Empty Jar:)

खाली बर्तन की कहानी: एक माँ अपने तीन बच्चों को अकेले पालने के लिए संघर्ष कर रही थी। एक दिन, उसने अपने बच्चों से कहा कि वे एक जार में सिक्के भर लें ताकि वह खाना खरीद सके।  सबसे बड़े बेटे ने अपनी कमाई का आधा हिस्सा दिया, बीच वाले बेटे ने कुछ सिक्के जोड़े, लेकिन सबसे छोटे बेटे के पास कुछ भी नहीं था, उसने बस यही प्रार्थना की, "भगवान हमारे परिवार को आशीर्वाद दें।" माँ उनके चरणों से बहुत प्रभावित हुई और उन्होंने प्रार्थना की, "भगवान हमारे परिवार को आशीर्वाद दें।" अगले दिन, माँ को जार से भरा हुआ मिला और उसमें एक नोट था, जिस पर लिखा था, "भगवान आपके परिवार को आशीर्वाद दें।" परिवार की ज़रूरतें पूरी हुईं और वे विश्वास और शुक्र की शक्ति को कभी नहीं भूले। यह कहानी विश्वास, परिवार और धन्यवाद के महत्व को उजागर करती है। आशा है कि यह आपको अपने आशीर्वाद को जीने और जीवन की भलाई पर भरोसा करने के लिए प्रेरित करेगी! आप क्या चाहते हैं कि मैं एक और कहानी बनाऊं?  (पवन यादव द्वारा लिखित)