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विषय- धोखा मैं धर्मी हूं !

विषय- धोखा मैं धर्मी हूं! यदि कोई अपने आप को भक्त समझे और अपनी जीभ पर लगाम ना दे पर अपने हृदय को धोखा दे तो उसकी भक्ति व्यर्थ है! (याकूब 1:26) जी हां मित्रों आज ज्यादातर विश्वासियों में यह सबसे बड़ा धोखा है कि मैं धर्मी हूं ऐसा नहीं कि प्रभु ने हमें धर्मी नहीं बनाया यीशु मसीह ने अपने लहू से  धोकर हमें धर्मी बनाया है लेकिन धर्मी एक जीवन है जो सच्चाई और खराई का जीवन है इसमें झूठ और पाप की कोई जगह नहीं है लेकिन यदि हम अपने आपको देखें तो क्या हमारा जीवन ऐसा है क्या हमने झूठ बोलना छोड़ दिया है क्या हमने लालच करना छोड़ दिया है क्या हमने पूरी रीति से सच बोलना सीख लिया है क्या हमने बुराई करना छोड़ दिया है नहीं मित्रोंआज भी हममें बहुत सारी ऐसी गलत आदतें हैं जिसके कारण से हम धोखे में जी रहे हैं कि हम धर्मी हैं जबकि धर्मी बनने के लिए हमको पूरी रीती से यीशु के लहू में शुद्ध होना पड़ेगा और सच्चाई के मार्ग पर चलना पड़ेगा वचन के अनुसार अपने जीवन को जीना पड़ेगा लेकिन हम तो अपने मन के अनुसार जीने की कोशिश करते हैं कुछ ही लोग हैं जो वचन के अनुसार सच्चाई से खराई से चलने की कोशिश करत...

༺꧁ बाइबल के बारे में रहस्य ꧂༻:

༺꧁ बाइबल के बारे में रहस्य  ꧂༻:  परमेश्वर के दैनिक वचन अंश 265 बहुत सालों से, लोगों के विश्वास (दुनिया के तीन मुख्य धर्मों में से एक, मसीहियत) का परंपरागत साधन बाइबल पढ़ना ही रहा है; बाइबल से दूर जाना प्रभु में विश्वास करना नहीं है, बाइबल से दूर जाना एक पाखंड और विधर्म है, और यहाँ तक कि जब लोग अन्य पुस्तकें पढ़ते हैं, तो उन पुस्तकों की बुनियाद भी बाइबल की व्याख्या ही होनी चाहिए। कहने का अर्थ है कि, यदि तुम प्रभु में विश्वास करते हो तो तुम्हें बाइबल अवश्य पढ़नी चाहिए, और बाइबल के अलावा तुम्हें ऐसी किसी अन्य पुस्तक की आराधना नहीं करनी चाहिए, जिस में बाइबल शामिल न हो। यदि तुम करते हो, तो तुम परमेश्वर के साथ विश्वासघात कर रहे हो। बाइबल के समय से प्रभु में लोगों का विश्वास, बाइबल में विश्वास रहा है। यह कहने के बजाय कि लोग प्रभु में विश्वास करते हैं, यह कहना बेहतर है कि वे बाइबल में विश्वास करते हैं; यह कहने के बजाय कि उन्होंने बाइबल पढ़नी आरंभ कर दी है, यह कहना बेहतर है कि उन्होंने बाइबल पर विश्वास करना आरंभ कर दिया है; और यह कहने के बजाय कि वे प्रभु के सामने लौट आए हैं, यह...

विषय- मन में मूरत .🫀

विषय- मन में मूरत .👑 इन पुरुषों ने तो अपनी मूरतें अपने मन में स्थापित की हैं! ( यहेजकेल 14:3) मित्रों मन में भी मूरत होती है हम सोचते हैं कि मूर्तिपूजक वाह है जो घर में मंदिर में मूर्ति पूछता है परंतु यहां बाइबल कहती कि मन में भी मूरतें होती है सचमुच बहुत से लोग मूर्ति पूजा छोड़ देते हैं घर में से मूरतें हटा देते हैं लेकिन सवाल यह है कि मन की मूर्ति हटि या नहीं पौलुस कहता है कि लालच मूर्ति पूजा है!  (इफिसियों 5:5 ) (कुलिस्सियों 3:5)  जी हां मित्रों मूरत वाह नहीं जो मिट्टी की बनी है लेकिन मूरत वाह है जो आपके मन में बसी है मिट्टी की मूरत तो तो हम तोड़ सकते हैं हटा सकते हैं पर मन की मूरत को तोड़ना और हटाना इतना आसान नहीं क्योंकि मन की मूरत में आपके प्राण बसे हैं आपकी आत्मा बसी है लेकिन यह मूरत कहीं आपके अनंत जीवन के लिए प्राणघातक ना बन जाए इसलिए मन की मूरत को अपने हृदय से निकालिए ताकि आप परमेश्वर को अपने हृदय में जगह दे सके! आज लोग यीशु के पास आना तो चाहते हैं आशीष तो पाना चाहते हैं पर यीशु मसीह को अपने जीवन में प्रथम स्थान नहीं देना चाहते हैं और यही कारण है वाह आशीष नहीं पाते ...

विषय- क्या आप जल और आत्मा से जन्मे है !

विषय- क्या आप जल और आत्मा से बहते हैं!   मित्रों पिछले भाग मैंने हवा का शब्द विस्तृत अर्थ कहावतों और मुहावरों के माध्यम से बताया है 5- हवा लगना- किसी प्रकार का बुरा परिणाम या व्यक्तिगत परिणाम! मित्रों जब हम हवा की बात करते हैं तो हमारा पूरा का पूरा भूमंडल बहुत सी गैसों और हवा के तत्व से घिरा हुआ है, जिसमें निरंतर ऑक्सीजन कम होती जा रही है जिसके कारण प्रकृति से छेड़छाड़ आज मानव जाति में और अहम के कारण प्रकृति से निरंतर छेड़छाड़ करता जा रहा है और विकास की ओर व पृथ्वी को विनाश की ओर ले जा रहा है इसका प्रतिफल हम इस दुनिया में आज की परिस्थितियों के रूप में देख रहे हैं कि वह निरंतर बढ़ती जा रही है और प्राकृतिक आपदाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं!   जिसका संकेत आज से 2023 साल पहले यीशु मसीह ने ही बता दिया था! ( मत्ती 24) हवा लगना- किसी प्रकार का बुरा परिणाम या व्यक्तिगत परिणाम! अगर इस मुहावरे के अर्थ को हम इस समय देखें तो आज के दौर में यह मुहावरा बिल्कुल उपयुक्त है क्योंकि आज शैतान की हवा पूरी दुनिया को लग चुकी है और लगातार मनुष्य जाति उसी हवा के साथ चलती चली जा रही है जिसका परिणाम बुरा औ...

विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं!

विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!  (लूका 6:46) जी हाँ मित्रों आज यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है जो यीशु मसीह ने कहा तुम मुझे हे प्रभु हे प्रभु क्यों कहते हो जब तुम मेरा कहना ही नहीं मानते आज बहुत सारे विश्वासी सत्य में यीशु मसीह का कहना नहीं मानते ना तो उसके वचन के अनुसार चलते हैं बल्कि अपने मन के अनुसार करते हैं और हे प्रभु हे प्रभु भी कहते रहते हैं ऐसे में क्या भगवान की प्रार्थना को सुनते हैं क्या भगवान की प्रार्थना का उत्तर देता है क्या वे लोग स्वर्ग जाएंगे यह एक बहुत बड़ा प्रश्न है जिसके विषय में यीशु मसीह बता रहे हैं! यीशु मसीह ने अपने वचन को अपने से बहुत महत्वपूर्ण बताया है और आगे बताया है कि जो कोई मेरी बातें मानता है वह अपना घर उस चट्टान पर बनाता है जो तूफान आने पर भी नहीं हिलता यानी मसीह जीवन परमेश्वर के वचन के ऊपर बनाना चाहिए मसीह का वचन एक चट्टान के समान जो हमें जीना सिखाता है जो हमें लांघता है!  कुछ ऐसे विश्वासी हैं जिन्होंने अपने घर मसीह के वचन के अनुसार चट्टान पर बनाया है, लेकिन एक बड़ी संख्...

विषय- कपड़े गंदे क्यों ?

  कपड़े गंदे क्यों? यहोवा यो कहता है आओ हम आपस में वाद-विवाद करें ताकि तुम्हारे पाप चाहे लाल रंग के हो तो भी वह हिम की नाई उजले हो जाएंगे! ( यशायाह 1:18) किसी ने किसी से पूछा कि आपके कपड़े गंदे क्यों हैं? उसने कहा कि मेरे पास साबुन नहीं है फिर किसी और ने यह भी सवाल किया गया कि आपके कपड़े गंदे क्यों? उसने जवाब दिया मेरे पास साबुन तो है परंतु कपड़े धोने के लिए टाइम नहीं है!  यहां पर 2 आदमी है जिसके कपड़े गंदे हैं उनमें से एक के पास साबुन नहीं है दूसरे के पास समय नहीं है एक साफ कपड़े पहनने के लिए दोनों चीजें जरूरी है साबुन भी चाहिए और समय भी चाहिए यिर्मयाह पूछता है क्या गिलाद देश में बलसान नाम की दवाई नहीं और यदि है तो लोगों के घाव क्यों नहीं चंगे होते! ( यिर्मयाह 8:22) उस जमाने में यिर्मयाह के समय में बलसान की दवाई बहुत मशहूर थी!  (यिर्मयाह 46:11)  फिर भी बहुतों के घाव चंगे नहीं हुए मैं समझता हूं कि जिसके घाव चंगे नहीं हुए उसके दो ही कारण हो सकते हैं या तो उसके पास दवा खरीदने को पैसे नहीं होंगे या जिन्होंने वह दवा ली होगी उसे घाव पर नहीं लगाया होगा चंगाई तो 100% है सा...

विषय- उजियाला बुझ ना जाए!

उजियाला बुझ ना जाए! इसलिए चौकस रहें कि जो उजियाला तुझ में है वह अंधेरा न हो जाए! (लूका 11:35) यीशु मसीह ने हमें उजियाला ज्योति कहा और कहा कि यह उजियाला बुझ ना जाए अब चौकस और सावधान हमें उजियाला संभालना है! चार बातें यीशु मसीह ने बताईं जिससे दिया बुझ सकता है या दीए की रोशनी लुप्त हो सकती है! 1 -अंडर द बुशेल_स्तर ( मत्ती 5:15) यीशु ने कहा कि जलाकर पैमाने के नीचे मत रख पैमाने का अर्थ माप तोल कर बर्तन करें जिससे हम मसीह जीवन में मिलते हैं अगर आप ज्योति में रहना चाहते हैं तो आज ही आप लेने-देन में पवित्र बने वरन आपका दिया बुझ जाएगा! एक धनवान मसीह भाई के पास एक मसीह भाई आया और कहा लगा मैं यीशु पर विश्वास करता हूँ मेरा बपतिस्मा हो गया बाइबल के अनुसार हम दोनों भाई हैं आप तो अपने धन में से मुझे मेरा हिस्सा दिया यह धनवान भाई अंदर कमरे में जाकर ₹1 का सिक्का लेकर उसके हाथ में रख कर कहा मेरे करोदो भाई हैं मुझे सब देना है यह तुम्हारा हिस्सा लो और जाओ चल कपट आजकल कई मसीहो में दिखाई देता है!  ( नीतिवचन 11:1)  छल के तराजू से यहोवा को घृणा आती है!  यहूदा इस्किरियोति लेन-देन के ही चक्कर में ...